"प्रिय" जैसे बागों में कली नहीं होती तो, उसका कोई मोल नहीं होता.. ठीक वैसे ही तुम्हारे बिना,, मेरा कोई मोल नहीं है प्रिय। जब तुम हंसते हो तो, मन मानो खुशी से झूमने लगता है, जब तुम रूठते हो तो, सारी दुनिया सुनी लगती हैं। साजन जब से तुम मेरी जिंदगी, में आए हो.. मेरा मान, सम्मान, ईमान, सब तुमसे ही जुड़ गया है। तुम्हीं तो मेरा सारा संसार बन गए हो। ©anjana wrighter प्रिय