दिन-रात फ़ोन पर लगे सुबह से शाम करते हैं। घर,परिवार और अपना कहाँ फिर ध्यान करते हैं।। लैला-मजनू, हीर-राँझा इश्क इन्होंने भी किया था। मगर इन जैसा नहीं जो इश्क को बदनाम करते हैं।। -सरोज #lanat