बेवजह ही तेरे दर पे आ गया मैं, ऐ मालिक! कोई आरज़ू तो थी नहीं दिल में। चल आ ही गया हूं तो अब खाली हाथ क्या लौटू , बस इतना करम कर दे , दुनिया की सारी मां का दामन खुशियों से भर दे। ✍️Dheeraj कोहली # mom खुले जहां के आजाद मुसाफ़िर # # # #