मुझे प्लास्टिक मुक्त करो वरना एक दिन यह तो वही हो गया ना जो बचपन में सुना था कि जिस डाल को काट रहा है उसी पर बैठा है... समझ नहीं आ रहा कि उस पर हम हंसते क्यों थे... #PlasticFreeIndia OM BHAKAT "MOHAN,(कलम मेवाड़ की)