बूंद बूंद जीवन बरसे भर नदी और समुंद्र बूंद बूंद पानी टपका आ कर गिरा पत्तों पर ना ठिकाना आसमां में ना हुआ जमीं पर मनवा तू काहें तरसे दिल में प्यास लगी है बूंद बूंद मोहब्बत का पानी बरसे दिल फिर तू काहें तरसे। सुप्रभात। बूँद बूँद जीवन बरसे मनवा काहें तू तरसे... #बूँद #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi