भारतवर्ष के वीर सैनिकों,
आपको मेरा शत शत नमन। मैं जानता हूँ कि आप जीवन में कठिन परिस्थितियों का सामना करते हुए देश के प्रहरी बनकर देश की रक्षा करते हैं। अपने व्यक्तिगत कर्तव्यों को भूलकर आप मातृभूमि की रक्षा करने के लिए सदैव ही तैयार ही रहा करते है। पर्वत की ऊंचाइयों पर लगातार ठंड से जूझते हुए दुश्मनों से लड़ाई लड़ते हैं और दुश्मनों के छक्के छुड़ा देते है।
मैंने अपने महाराज से आप लोगों के जीवन के विषय मे अनेकों प्रकार की बहादुरी भरी कहानियां सुनी हैं। वे बताते है कि जिस प्रकार हमारे राज्य की रक्षा करने का दायित्व एक वीर सेनापति के हाथों में होता हैं उसी तरह आप सब भी हमारे देश की रक्षा के लिए अपने जीवन को संकट में डाल दिया करते है।
आप सभी के बारे में सुनकर मुझे एक प्रेरणा मिलती हैं और मुसीबत में मेरे अंदर एक अदभुत शक्ति आ जाती है जिसे सभी एक लड्डू की मिठास की शक्ति मान लेते है और इसी बहाने से मैं बहुत सारे लड्डू खा लेता हूँ।