तीन महीने गुज़रे ज़िन्दगी तेज़ रफ़्तार थी, हमारी ज़िंदगी भी जैसे किसी एक्सप्रेस ट्रेन🚇 में सवार थीं, अचानक दिल्ली दंगा लगा खींचने चेन....... और बीच में ही धीमी हो गई ज़िन्दगी की ट्रेन दंगे भी गुज़र गए कुछ लोग बेघर, बेरोज़गार हुए, कुछ मर गए। ज़िन्दगी पटरी पर लौटती......... इससे पहले, कोरोना मरीज़ भारत में भी आ गए, जमाती तो पकड़े गए, इटली वालो को लोग भूल गए।। कोरोना ने धीमी ट्रैन🚇 के चलते हमको उतार दिया, किसी पैसेंजर ट्रैन में जैसे बैठा दिया, जो रुकी है लॉकडाउन स्टेशन पर........ फिर से न जाने कितनों को बेघर,बेरोज़गार, लाचार किया।। मैं भी सवार हूँ इसी ट्रैन🚇 में, मगर...... है साथ मेरे परिवार का... ख़ुश हूँ, ये वक़्त भी गुज़र ही जाएगा....... इतना वक़्त फिर कहाँ मिल पाएगा, आज वक़्त है बुरा...... कल अच्छा वक़्त भी ज़रूर आएगा❤️।। -Rashida Khushnood अच्छे वक़्त का इंतज़ार❤️ #धीमी_रफ्तार_ज़िन्दगी #coronavirus #Zindagi #Waqt #Nojoto #nojotohindi