सन्नाटों से दोस्ती करके हमने, दिल का चैन और सुकून पाया है। भूल गए थे खुद के वजूद को हम, खुद से खुद को ही मिलाया है। मुस्कुराने लगी है मेरी जिंदगी, सन्नाटों से दोस्ती रास आने लगी है। खामोश सी जिंदगी में भी थोड़े से, सुकून के पल लेकर आया है। घबराता नहीं है अब ये दिल मेरा, सन्नाटे के शोर को भी सुनकर, तन्हाईयों से भरे मेरे जीवन को, इस शोर ने ही जीवंत बनाया है। ♥️ Challenge-620 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।