//222 221 222 12// चोरों से तू क्यूंँ अमाया कर रहा, यूंँ क्यूंँ अपना वक्त जाया कर रहा। मुसलिस का अब कौन साथी है यहांँ, हाल रकीबों से नुमाया कर रहा! #शेर_मन #मौर्यवंशी_मनीष_मन #नुमायाँ #वक्त #मुफलिसी #रकीब