मेरे नसीब में शायद वो मुलाकात नही जिसके लिए तरस्ते है दिल वो हमदिल बात नही क्या करू आदत से मजबूर हु वरना मुझे भी कन्हा कोई आराम नही। गिरिश कुमार मेरे नसीब में #शायरी