मुझे अपने कमरे के कोने में सुराख़ दिखता है। पता नही क्यों उसमे मकड़ी का ख्वाब दिखता है। मालुम था कि ये सपनो की दुनिया है, यहाँ आसमान तो हर रोज बिकता है। मैने एक रोज रूह में झाँककर देखा है, मुझे अभी भी अपनी माँ का नाम दिखता है। किसी पर प्यार भरी कहानी लिखना चाहता हूँ, हाथ तो प्यार के बाद सिर्फ माँ का नाम लिखता है। #ज़िंदिगी एक रश्म है।