ईश्वरीय मंदिरों को बनने से रोकना या उसपर अपत्ति जताना ये इंसानी मूर्खता है ... .✍🏻मंदिर शांति/सभ्यता/प्रेम/उदारता का जीता -जागता प्रतिक है जहाँ गरीब -अमीर छोटा -मोटा कोई भेदभाव नही होता है .. .जहाँ सब हाथ जोड़कर नतमस्तक होते है ... .✍🏻 हिन्दुत्व के प्रभु श्री राम और प्रभु श्री कृष्णा के अस्तित्व पर सवाल उठाना ये उस इंसान की मूर्खता है या इंसानी अदालतो में इसपर बहस करना ये अदालतों की मूर्खता है जो एक इंसानमात्र को न्याय देने में सालोँ लगाते है या सबूतों के अभाव में न्याय नहीं कर पाते ... .✍🏻जो इंसान अपनी आँखों से हवा को नहीं देख सकता, सागर के अपार जलतट के पार नहीं देख सकता है, जो अपार फ़ैली ईश्वरीय आकाशगंगा को नहीं देख सकता है, ... क्याइन इन आँखों में इतनी ताकत है जो ईश्वर को देख सके ????....????..?? ✍🏻ईश्वर का अस्तित्व सिर्फ अपार मन की भक्ति, ईश्वरीय भक्ति से ही देखा /समझा जाता है जो हिंदुत्व के महात्माओं ने सालों पहले सिद्ध किया है .... .✍🏻और आज भी सच्चे महात्मा है जो प्रभु राम और श्री कृष्णा के अपने भक्ति से दर्शन करते है .... ✍🏻🙏🏻 जय हिंद .... . .जय हिंदुत्व .... . 🙏🏻✍🏻 https://profile.dailyhunt.in/naralea2743473870493 ©NARAYAN NARALE #Indian #IndianArmy #Dream