में गिरने लगूं तो वो संभाले मुझे मंजिल पाने के सफर में गर थक जाऊं में कभी तो अपनी बाहों में वो सुला ले मुझे रुक जो मेरी सांसे तो सिर उसकी गोद में हो मेरा बस यही एक आखिरी हसरत है मेरी उससे।। मत पूछो की क्या चाहत है मेरी उससे।।। #bawari.. #We_are_all_broken में गिरने लगूं तो वो संभाले मुझे मंजिल पाने के सफर में गर थक जाऊं में कभी तो अपनी बाहों में वो सुला ले मुझे रुक जो मेरी सांसे तो सिर उसकी गोद में हो मेरा बस यही एक आखिरी हसरत है मेरी उससे।।