उम्र बीत गईं अब जुबां साथ ना देती है भावनाएं दिल की.. ले सहारा कलम का.. वो काग़ज़ में उतार देता है आस में इस कि कोई तो समझेगा.. आ पास बैठ उसके.. सिर्फ़ ओ सिर्फ़ कुछ अपना वक्त दे जायेगा...— % & #YourQuoteAndMine Collaborating with Satish Brijwasi Collaborating with Lokinder Singh