Apna time ayega ना कोई शख्स तुमसा बन पाएगा जो हो तुम मस्ती में उसमे कहा कोई मस्ती हो पाएगा नहीं किया किसी ने तुमसा समर्पण फिर भी शान से लहते हैं Apna time aaega