कितने चेहरे हैं ,एक चेहरे के ऊपर कुछ हंसते हुए और कुछ गमगीन से बेनक़ाब है यूँ तो चेहरे , बेख़बर भी कुछ मंज़िल तक के हमराही और कुछ पलछिन के चेहरे #पारस #गमगीन #पलछीन #चेहरे