चुप ही रहना था, तो बोलना सिखाया ही क्यों रुकना ही था , तो चलना सिखाया ही क्यों चार दिवारों में ही रहना था, तो आसमान दिखाया ही क्यों झुकना ही था, तो सर उठाना सिखाया ही क्यों लड़की होना गुनाह ही था, तो उसे जन्म दिया ही क्यों -रूह🥀 ©un khii sii daastaan #savegirls💛 #un_khii_sii_daastaan #love❤ #shayri143❤ #poetry🥀 #thought