विचरती कल्पनाएं
मेरी स्कूल की खिड़की से विशाल एक पार्क नजर आता है
बड़ा ही मनोरम हृदयस्पर्शी नज़ारा नज़र आता है
मोटे ,पतले ,जवान ,बुजुर्ग सभी चहल कदमी करते नज़र आते हैं
कुछ बेंच पर बैठे आसन लगाए ध्यान मग्न नज़र आते हैं
कई चलते-चलते अपने मोबाइल में व्यस्त नजर आते हैं
कुछ लोगों की ज़ोर से हंसने की आवाज तालियां बजाने की आवाज़
मानो शांत वातावरण में मधुर संगीत घोलती हैं #Poet#Raj#nojotopoetry#nojotohindi#shares