चंद सिक्के फकीर ने उस फकीर को देकर अमीर कर दिया अमीर ने चंद पैसों के लिए उस फकीर से रिश्ता तोड़ दिया सिकंदर तुम अपने महलों के होगें तुम्हें क्या पता होगा फकीर ने गरीब को गले से लगाकर दिल से रिश्ता जोड़ दिया तुम्हें हुकुमत करने का इतना शौक है तो आओ पास मेरे तुम जरा गरीब को अपनाकर उनका दर्द थोड़ा कम कर दिया सब कुछ मिलता है उन्हीं के बदौलत तुम्हें क्या पता उस गरीब ने जमीं से अनाज पैदा करके अपना रिश्ता जोड़ दिया क्या पता तुम्हारे मरने पर वहीं काम आयेगा उस दिन वहीं गरीब बांस काटकर अपना रिश्ता तुमसे जोड़ दिया चंद सिक्के फकीर ने उस फकीर को देकर अमीर कर दिया अमीर ने चंद पैसों के लिए उस फकीर से रिश्ता तोड़ दिया सिकंदर तुम अपने महलों के होगें तुम्हें क्या पता होगा फकीर ने गरीब को गले से लगाकर दिल से रिश्ता जोड़ दिया तुम्हें हुकुमत करने का इतना शौक है तो आओ पास मेरे तुम जरा गरीब को अपनाकर उनका दर्द थोड़ा कम कर दिया