तेरी निगाहों का कसूर है या पागल दिल मजबूर हैं नैना से जो नैना मिले,चढ़ा फ़िर इश्क़ का फितूर हैं प्रिय लेखक/लेखिका, [Collab challange (28) में आपका स्वागत है] 🎀 इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) 🎀 इस शीर्षक पर मात्र 2 पंक्तियों में ही अपनीं रचना पूर्ण करने का प्रयास करें | 🎀 मात्राओं की त्रुटि पर विशेष ध्यान दें |