प्रेमनगर का हर आशिक़ तेरा ही बसाया लगता है बता तेरे दिल में रहने का कितना किराया लगता है तेरी प्यार ने दुनिया का हर रिश्ता फीका कर डाला जिस दिन से तुम अपने हुए,हर शख़्स पराया लगता है --प्रशान्त मिश्रा "प्रेमनगर"