Nojoto: Largest Storytelling Platform

चश्मा पहनना छोड़ दिया है, साहब मैने क्योंकि आँखों

चश्मा पहनना छोड़ दिया है, साहब मैने
क्योंकि आँखों के आँसुआें को आँखों मे छुपाकर हंसना सिख लिया हैं मैंने!!  Dil Ki baat #poetry #poem #pyar #mohhabbt #isqh
चश्मा पहनना छोड़ दिया है, साहब मैने
क्योंकि आँखों के आँसुआें को आँखों मे छुपाकर हंसना सिख लिया हैं मैंने!!  Dil Ki baat #poetry #poem #pyar #mohhabbt #isqh