ज़हर है हवाओं में कि अब तो सांस लेना दुस्बार है, ना इलाज़ है ना दवा कोई, की हर सख़्श बीमार है। हालात ऐसे बन गए हैं कि दूरियां है आ गई, अब तो हाल भी पूछनेवाला, न दोस्त है ना यार है।। रहमतों में पल लिए तुम उस खुदा की गोद में, अब बहुत हुआ वो जान गया की नस्ल इंसानो की ग़द्दार है, आ गई है रात अब सबके क़यामत की, मौत देने को वो खुदा ऊपर बैठा तैयार है।। अपनी दलीलें उनकी अदालत में सुनाना।। #coronavirus #coronavirusindia #hate #jealousy #end #of #the #world