बातों ही बातों में यूं किस्से बन जाते है, और न जाने कब वे किस्से, जीवन का हिस्सा बन जाते है .. बचपन के किस्से जवानी का हिस्सा बन जाते है जवानी के किस्से बुढ़ापे में याद आते हैं, ये सारे किस्से, यू जीवन मे समा जाते है, अन्त समय मे ये किस्से ही तो बस हमारा हिस्सा बन जाते है...... rajmani singh #rajmanisingh