अनवरत धीरे-धीरे क्या थी मैं ? क्या बन गई ? जिंदगी तुझे जीते -जीते ... तेरी राहों में कांटे भी थे। फिर भी .... चलती रही .... खून के घूंट पीते - पीते आज मैं जीत पाई हूं तुझे ... ऐ जिंदगी ... उम्र भर सीख कर जीते - जीते। सुप्रभात सीखना है उम्र भर जानना है उम्र भर... #सीखनाहै #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi