बिना उसके कटता एक पल नही हर चीज़ में यादें उसकी बसी हर याद में वो ही रहती खुद को और कितना कहें ये ही सज़ा मेरी ख़ता की की ताउम्र तड़पें रिश्तों की एहमियत न अना न स्वार्थ सहे #रिश्तानहींरहा #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi