Nojoto: Largest Storytelling Platform

तेरे इन्तजार में शुबहा से शाम हो गई,, खरे खरे इन्

तेरे इन्तजार में 
शुबहा से शाम हो गई,,
खरे खरे इन्तजार के चौखट पे
याबनी से बुड़ापा आ गई ।।
फिरभि ना लटाह तो
 सुनि चोखट दर्द से लिपटी रहे गई,,
ना खतम होने उयाले इन्तजार में 
ए आँखे भि अब बिरान हे गइ।।

©N.B Mia ❤
  #intezaar❤️
miapoetrygirl8251

N.B.Mia

New Creator
streak icon11

intezaar❤️ #कविता

117 Views