Unsplash हुक्म-ए-मुर्शिद पे ही जी उठना है मर जाना है इश्क़ जिस सम्त भी ले जाए उधर जाना है लड़खड़ाता हूँ तो वो रो के लिपट जाता है मैंने गिरना है तो उस शख़्स ने मर जाना है Rakib mukhtar ©Er Aryan Tiwari #lovelife #काव्यार्पण 'दर्द भरी शायरी'