सुर की पहचान कहूं या खुद स्वरों की खान कहूं, आराधक को आराध्य कहूं या खुद आराध्य की जान कहूं। सदी में एक बार जन्म लेती है ऐसी शख्सियत, उपासक को उपासना कहूं या खुद उपासना का मान कहूं।। ©Jitendra VIJAYSHRI Pandey "JEET " #जीतकीनादानकलमसे #भारतरत्न #LataMangeshkar कवि राहुल पाल Chintan Khattar Pankhudi