ज़िस्म की चाहत नहीं मुझे रूहानियत का रिश़्ता है मेरा तुझसे तेरी ख्वाहिशों का थैला थामे रहूँ मैं कंधे पर तेरे गिरा दूँ अपनी उलझी सी लटों को ©करिश्मा राठौर #तेरा_मेरा