इश्क़ के दरिया में इस तरह कश्ती मेरी चल रही थी कभी बवंडरों से करती लड़ाई कभी ज्वार से वो उभर रही थी तेरे प्रीत की बारिश से भीगी कश्ती डोले ले रही थी तेरे मर्म की चादर से मेरी कश्ती रस्ते बुन रही थी आज याद में हर शाम अपनी मैं नाम तेरे कर रहा हूँ इस दरिये में खो चुकी अपनी ज़िंदगानी तलाश कर रहा हूँ #boat #life #pehlibaar #love #WOD #CTL #aashishvyas #hindi #hindikavita #kavita #shayari #kahani #pyar #nojotohindi #nojotowriter #hindiwriter #poet #hindipoet #kavi #hindikavi #vichar Author Dhanjeet RJSURAJSINGHANIA607 kavi Aj arijit Bizzy Boyfire Ñîhâľ Tiwari