रात्रि विचार:क्र-१४४.#“मन से ज्यादा बुद्धि श्रेष्ठ होती है इसीलिए मन को कुछ भी अच्छा लगे, लेकिन बुद्धि से उचित और अनुचित का निर्णय लेकर ही कार्य करें!” ©अभिनव रघुवंशी #colours