दिल का बोझ कभी सर तक नहीं पहुँचा इश्क़ मेरा कभी घर तक नहीं पहुंचा वो सिर्फ महताब की तमन्ना रखता था जो जुगनू कभी छत तक नहीं पहुंचा दिखायी देता है तुम्हें जिस्म की बुनावट प्यार तुम्हारा अभी हद तक नहीं पहुँचा बुलंदियों के शिखर पे आ खड़ा हूँ मैं सर मेरा माँ के कद तक नहीं पहुँचा कपिल शर्मा!! ❤ lmbe arse baad