जिंदगी मिली है खुल कर जिओ डर डर कर जिएंगे कायर कहलाएंगे जो बातों को खुलेआम बोले और खुलकर बोले वही शायर कहलायेंगे लेखक राज अहीर हाजीपुरी ©raj Ahir hajipuri च