मेरी जाँ तुझे देख कर मेरी ज़बाँ थरथरा रही है पीता नहीं हूँ फिर भी मेरी चाल लड़खड़ा रही है। उफ़्फ़! तेरी आँखों के मयख़ाने ख़ुदा कसम! साक़ी को छुआ नहीं पर दुनिया मयकश कहे जा रही है मेरी जाँ तुझे देख कर मेरी ज़बाँ थरथरा रही है पीता नहीं हूँ फिर भी मेरी चाल लड़खड़ा रही है। उफ़्फ़! तेरी आँखों के मयख़ाने ख़ुदा कसम! साक़ी को छुआ नहीं पर दुनिया मुझे मयकश कहे जा रही है। ♥️ आइए लिखते हैं दो मिसरे प्यार के। 😊 ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें। 💐