तुम्हारे बगैर ये वक़्त, ये दिन और ये रात, . . गुजर तो जाते हैं मगर, गुजारे नहीं जाते ।। अंकुश पाण्डेय "अंश" बेख़बर तेरे लिए एक मशवरा है कभी हमारा ख्याल आये तो आपना ख्याल रखना