Written by Harshita ✍️✍️ #Jazzbaat हर कश से निकलते धुएं में उड़ाता ख़ुद को, सोचता सुकून की सांस मिल जाएं धुएं में फ्लेवर उड़ाता सुकून के लिए कश पे कश लगता तलाश सुकून की करता, मिलता सुकून कुछ पल का दम सा निकालता ख़ुद का, इल्म है फिर भी गश पे गश खाता ज़िन्दगी के माहौल का, भर के दम अब सुकून मिलेगा अंतिम चरण के दस्तूर का। #deepthoughts #feelings #yqbaba #yqdidi #yqhindi Written by Harshita ✍️✍️ #Jazzbaat हर कश से निकलते धुएं में उड़ाता ख़ुद को, सोचता सुकून की सांस मिल जाएं धुएं में फ्लेवर उड़ाता सुकून के लिए कश पे कश लगता तलाश सुकून की करता, मिलता सुकून कुछ पल का दम सा निकालता ख़ुद का, इल्म है फिर भी गश पे गश खाता ज़िन्दगी के माहौल का,