आंखों में करुणा हो न्यारी सी, तब बनती कुछ छवि प्यारी सी, उस मुख में मोहन दिखते हो, जिस पर मुस्कान तुम्हारी सी। । हर नर में तुम ही बसते हो, हर नारी में तुम रहते हो, सब सद्गुण तुमसे पोषित हैं, हर अवगुण को तुम सहते हो। । चर अचर सभी ज़न तेरे हैं , सब मोहन माला फेरे हैं, उस मन में भी तुम छिपे हुए, जिसमें सब ओर अँधेरे हैं ।। #krishna #harekrishna #bhajansquotes #bhajan #hindipoetry #devotional #poetrycommunity Image credit : Iskon Bangalore