वादा न कर कोई अब, तेरा हरा वादा अब झूठा लगता है, जब थी मुझे जरूरत तेरी, हर बार तुने मुझे तन्हा किया है, क्यूँ किए वो वादे जो न तुम कभी निभा पाए, मेरी मोहब्बत को हर पल बस तुम आजमाते आए, तेरे लिए खुद की भी न की थी परवाह मैने, हर दुआ में मागी बस तेरी खैरियत मैने, अब न कर पाओगी तेरे इश्क पर एतबार दिलबर, की तोड़ा है तुमने दिल मेरा हर बार दिलबर। ♥️ मुख्य प्रतियोगिता-1101 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।