Welcome to Ajoobanagar डिस्क्लेमर:- कहानी के सभी पात्र और घटनाएं काल्पनिक हैं, इन्हें अपने ऊपर ना लें, और प्लीज़ मुझे भी इनसे ना जोड़े...... धन्यवाद 😊 ओपन द डोर, समवन इस वेटिंग फॉर यू.... कृपया दरवाज़ा खोलिए( डोरबेल की आवाज़) कोई दरवाज़े पर है क्या? गुप्ताइन जी मुंह में भरे गुटखे के साथ चैनल बदलते हुए अपनी सुकन्या को आवाज़ लगाते हुए पूछती हैं..... इतने में दस्तक होती है.... ठक! ठक! ठक!