मन टूटा सा दिल बहोत परेसान है क्या लिखूं दिल की बात आज दिल ही बहोत हैरान है तकलीफ होती है अपनो को दुखी देख में कैसे दुख दूर कर दूं ये तो मेरा हाल है सिमट कर राह गयी हैं ज़िन्दगी रफ कागज की तरह फेकू या पढू साल ज़िन्दगी ही खराब है रितेश श्रीवास्तव ©ritesh srivastava I heat my life #allalone