" सोचते सोचते " सोचते-सोचते.., एक उम्र गुजर गयी अपनी.., तन्हाई में जो बीती थीं.., अश्कों के साथ वो तन्हा रातें अपनी.., कोई रश्क न था अपने तन्हा होने का.., गर जो साथ थीं यादें मेरी अपनी.., भूल गया ये ज़माना,, जो कभी साथ था मेरे.., चढ़ता सूरज था मै तो.., ढ़लती शाम में कब गुम हो गया मै.., साँसों का आखिरी दौर था वो अपनी.., चल पड़ा था जो मै तन्हा मंजिल को अपनी.., मिलना न था,, न बिछड़ना किसी से.., खुद ही दोस्त था मै अपना,, खुद ही दुश्मन.., कभी दर्द बाँट लेता था.. तो कभी खुद ही खुशी से लड़ लेता था मै अपनी.., गिरता रहा,, सम्भलता रहा.., उम्र भर मै,,यूँ ही चलता रहा.., राहों में अपनी आहों के साथ.., दर्द अपने,उम्र भर के सारे,लिए साथ मै सिसकता रहा., ज़िन्दगानी गुजरती रही,, मेरी टूटती साँसों के साथ.., अहसास था मुझे,, दुनियाँ के रिवाज़ का.., गम़ में साथ खड़ा,,न होता हो कोई.., पर खुशी मे सब साथ होते हैं अपनी.., कोई रंज न था मुझे किसी से.., मै तो अल्हड़ तन्हा सा,,मुसाफिर था जिन्दगी का.., सोचते-सोचते,, चलते-चलते थक कर.., चैन से सो गया उम्र भर के लिए.., आखिरी साँस पर,,मै अपनी.., #Pinky_jain #My_chweet_Princess_angel #didu आपका हृदय से बहुत बहुत आभार हमारी लेखनी को याद करने के लिए..,🙏☺️🍫 #yqdidi #yqbaba #urduhindi_poetry #yqhindi #yqquotes