मैं उसे भूल भी नहीं पाता वो ख्यालो में उसके रहती है मैं उसे देखने को भी तरसा वो उसकी बाहों को तरसती हैं वो मुझसे बाते तो करती हैं मगर मेरी नही लगती उसके सीने की धड़कन आज भी उसके लिए धड़कती हैं और उसका कॉल आता हैं तो उदास हो जाती हैं फिर करती हैं कॉल सारी बात मुझे बताती हैं फिर मैं भी उसकी हां में हां मिला देता हूँ उसे कुछ पल का सुकून दिला देता हूँ पर उसे समझ नही आता मुझे तक़लीफ़ कितनी होती हैं वो मेरे साथ होती हैं मगर ग़ैरों सी लगती हैं उसके दिल में आज भी हैं उसकी तस्वीर और मुझसे कहती हैं मैं तुमसे प्यार करती हूं कबीर..... ©Kabir Thakur तुझे भुलाना बस में नही है #meltingdown