Nojoto: Largest Storytelling Platform

कुछ अनकही बातें दिल में अभी भी सुलगती हैं दो चार

कुछ अनकही बातें दिल में अभी भी सुलगती हैं 
दो चार दिनों के लिए भूल जाने के बाद भी
वो बातें दिल में फिर से जलती है ।
मैं व्यक्त न कर पाऊँ इन अल्फ़ाज़ों से ,
गौर से देखो इन आँखो में 
ये आँखे सबकुछ कहती हैं ।
जब तुम बरसते हो तो मैं सुन लेता हूँ 
अपने दिल पर हाथ रखकर इसको थोड़ा 
सुकून देता हूँ।
तुम्हारे ही तरह तुम पर बरस जाऊं ,
तो मैं अक्सर खामोशी को चुन लेता हूं ।
तुम्हारी जुबाँ क्यूँ इतनी फिसलती है,
कुछ अनकही बातें दिल में अभी भी सुलगती है। #NojotoQuote अनकही बातें
#nojoto#potery#
कुछ अनकही बातें दिल में अभी भी सुलगती हैं 
दो चार दिनों के लिए भूल जाने के बाद भी
वो बातें दिल में फिर से जलती है ।
मैं व्यक्त न कर पाऊँ इन अल्फ़ाज़ों से ,
गौर से देखो इन आँखो में 
ये आँखे सबकुछ कहती हैं ।
जब तुम बरसते हो तो मैं सुन लेता हूँ 
अपने दिल पर हाथ रखकर इसको थोड़ा 
सुकून देता हूँ।
तुम्हारे ही तरह तुम पर बरस जाऊं ,
तो मैं अक्सर खामोशी को चुन लेता हूं ।
तुम्हारी जुबाँ क्यूँ इतनी फिसलती है,
कुछ अनकही बातें दिल में अभी भी सुलगती है। #NojotoQuote अनकही बातें
#nojoto#potery#

अनकही बातें #Nojoto#potery#