कुछ अनकही बातें दिल में अभी भी सुलगती हैं दो चार दिनों के लिए भूल जाने के बाद भी वो बातें दिल में फिर से जलती है । मैं व्यक्त न कर पाऊँ इन अल्फ़ाज़ों से , गौर से देखो इन आँखो में ये आँखे सबकुछ कहती हैं । जब तुम बरसते हो तो मैं सुन लेता हूँ अपने दिल पर हाथ रखकर इसको थोड़ा सुकून देता हूँ। तुम्हारे ही तरह तुम पर बरस जाऊं , तो मैं अक्सर खामोशी को चुन लेता हूं । तुम्हारी जुबाँ क्यूँ इतनी फिसलती है, कुछ अनकही बातें दिल में अभी भी सुलगती है। #NojotoQuote अनकही बातें #nojoto#potery#