नैना तेरे-गोरी नैना तेरे,मुझको शताए क्यों,मीठे सपनें दिखाए क्यों! गोरी नैना तेरे नैना लङाए क्यों,मीठी हसरत है हसरत जगाए क्यों!! कैसे कहूं मैं तोसे पिया तोसे नैना लङी है,नैना लङी तो बातें बढी है! तुनेबाते किएहै मोसे चाहतकी,मीठी हरकत है हरकत दिखाए क्यों!! तू कहने लगीजो प्यारी चाहतहै भोरी,खनकीजो कंगना हैजी निगोरी! मोहे डरपाए धङकन बढाए क्यों,है ये उलफत उलफत बढाए क्यो!! तेरी ढलकी जो घूंघट दिल ने आह ली है,तेरे लिए परवाह पाल ली है! मोहे बुलाके जिया तरशाए क्यो,नैनामेरे फङके धङकन बढाए क्यों!! नैना तेरे-गोरी नैना तेरेमन भानेलगे है,दिल से उतर कर समाने लगे है! चाहत की अगन सेमोहे जलाए क्यों,उठीये तरप अरमां जलाए क्यों!! तेरी निगोरी पायल शोर मचाए क्यों,पिया रे मचल-मचल जाए क्यों! मन बाबरा कहूं तेराहूं दीवाना,चाहत तो तुमसे है चाहत छुपाए क्यों!! गोरी नैना तेरे-नैना तेरे बादल से कारे है,मोहे लागे नैना मतबाले है! मैंमचल-मचल जाऊँ नैनोंके बास्ते,तेरेनैना राजभरे राजछुपाए क्यों!! नैना तेरे-गोरी नैना तेरे