जिस काम को करने की मनाही हो वही काम करने को मन ज़रूर होता है! जिस राह जान को ख़तरा ही ख़तरा हो उसी राह जाने का मन ज़रूर होता है! जिस को गुनाह समझती है दुनिया हर जवाँ दिल से वही क़ुसूर होता है! ताक़ीद करे लोग भले पहरे बिठाए मगर बेतकल्लुफी मोहब्बत का कुसूर होता है महबूब से मुलाक़ात रोज़ हो जरूरी नही ख़्वाबों ख़यालों से भला कहाँ दूर होता है! ♥️ Challenge-952 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।