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दिन ढल चुका है शाम हो चली है परिंदे भी घर को हो च

दिन ढल चुका है 
शाम हो चली है
परिंदे भी घर को हो चले हैं
और अब हम कहां जाएं
जब यह रूह किसी और बन पड़ी है #NojotoQuote Its dawn now
दिन ढल चुका है 
शाम हो चली है
परिंदे भी घर को हो चले हैं
और अब हम कहां जाएं
जब यह रूह किसी और बन पड़ी है #NojotoQuote Its dawn now