चांद को देख तुम्हारी याद आती है बैठ सामने चांद को देख खट्टी मीठी यादे साथ रह गई तुम तो चले गए मगर जब हम बातें करते करते चांद के साथ रात गुजारते थे आज भी याद है तुमकों खुशबू की तरह अपने पास रखा है ©Anshika Tiwari चांद #Books ARVIND YADAV 1717