औरों की ख़ुशामदी में किरदार बदलता रह गया, मैं ही मैं ना रहा हर बार बदलता रह गया। टिका ही नहीं मेरा कभी मुझमें ही कोई, बेसहारा मकान हकदार बदलता रह गया। जो भी आए रहबर सब मतलब परस्त निकले, मैं लाचार मतदाता सरकार बदलता रह गया। वो लफ़्ज़ों से अपने मुझको लहूलुहान कर गए, मैं हिय तराज़ू अपने हथियार बदलता रह गया। उन्हें फ़ुरसत ना मिली मुझसे गुफ़्तगू के लिए, मैं इंतज़ार में उनके इतवार बदलता रह गया। वो ख़ुदा थे, ख़ुदा हैं और ख़ुदा ही रहेंगें, मैं इंसान बन 'डिअर' संसार बदलता रह गया। #dearsdare #life #kirdaar #sansaar #hathiyar