अंतर्मन का अंतर्द्वंद्व है कल्पित रोम का हर एक कण है खुद के लिए बस सबकुछ है उसके लिए ना कोई प्रबंध है प्यार-मोहब्बत जिंदगी तो है उसका ना कोई उपबंध है कोई और नही उसका तोड़ है बसचलते रहो यही सही मोड़ है #love #uqbaba #uqdidi #kissday #truelove